ठाणे: आरजी पाटसकर नामक बिल्डर को धमका कर ३ करोड़ रूपए की फिरौती मांगने के आरोप में फरार भाजपा नगरसेवक नारायण पवार को आखिरकार कासारवडवली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नारायण पवार की जमानत याचिका को पिछले दिनों न्यायालय ने खारिज कर दिया था। जिसके बाद से वे फरार थे। सीनियर पीएआई किशोर खैरनार के अनुसार नारायण पवार पुलिस स्टेशन में हाजिर हुए थे जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पवार को ३ दिनों की पुलिस हिरासत में रखा गया हैबतादें कि वर्ष २०१५ में दर्ज शिकायत के अनुसार वर्ष १९९७ में सलीम सिद्धिकी मियां शेख और २७ अन्य लोगों ने अपना प्लॉट विकसित करने के लिए बिल्डर पाटसकर को दिया था। बाद में शेख ने नकली दस्तावेज बनाकर उपरोक्त प्लॉट को बेच दिया। आरोपों के अनुसार प्लॉट को विकसित करने के समय नारायण पवार ने पाटसकर से ३ करोड रूपए की मांग की थी और उसमें से ३ लाख रूपए लिए थे। पवार ने बाकी रूपए के लिए उनसे मानसिक प्रताड़ित किया था और उसके खिलाफ न्यायालय में मामला दायर किया था। पाटसकर ने इसकी शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की थी। जिसके बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा ३८४, ४६७, ४६८, ४७१, ४२० ओर ३४ के तहत मामला दर्ज किया था। पवार के अलावा जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था उनमें सलीम शेख, राम राव गुरला और प्रदीप बुर्के हैं लेकिन यह सभी गिरफ्तारी पूर्व जमानत पाने में सफल हो गए थे।
आरिवर पकड़ा ही गया ३ करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला भाजपा नगरसेवक