संवाददाता मुंब्रा: जिस प्रकार नोटबंदी के समय परा भारत बैंक और एटीएम के बाहर लाइन लगाए खड़ा नजर आ रहा था। इसी तरह इस सीएए नामक काले कानून के सामने भी खड़ा होना पड़ेगासभी धर्म के माननेवालों को एकजट होकर मैदान में उतरना होगा क्योंकि इससे सभी धर्मों का नुकसान होगा। इस प्रकार की विचारधारा शहर में बनाए गए शाहीन बाग में पहुंचकर समाजसेविका मीधा पाटकर ने प्रकट की।